अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला, सर्वसम्मति से लिया गया फैसला
अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में आज सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच अपना फैसला सुनाएगी। अयोध्या मामले में शनिवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले अयोध्या समेत देश भर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। साथ ही यूपी, दिल्ली, बिहार, राजस्थान समेत देश के कई राज्यों में स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है।
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला राम मंदिर के पक्ष में
- अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चूका है, फैसला राम मंदिर के पक्ष में सुनाया गया है।
- विवादित जमीन का पूरा हिस्सा राम मंदिर को मिला
- 5 एकड़ जमीन मुस्लिम पक्ष को दूसरी जगह दिया जायेगा
- 3 महीने में केंद्र सरकार को ट्रस्ट बनाने को कहा गया
- ट्रस्ट राम मंदिर निर्माण का काम-काज देखेगी
फैसले के बाद शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अयोध्या विवाद पर फैसला सुनाए जाने के मद्देनजर देश के लोगों से शांति बना रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर सौहार्द बनाए रखना है।
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा। देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2019
- सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच अयोध्या विवाद पर सर्वसम्मति से फैसला सुना रही
- शीर्ष अदालत ने शिया वक्फ बोर्ड की याचिका और निर्मोही अखाड़े का दावा खारिज किया
- सुप्रीम कोर्ट ने कहा- हिंदू विवादित स्थान को राम का जन्मस्थान मानते हैं, मुस्लिम भी यही कहते हैं; लेकिन आस्था के आधार पर मालिकाना हक तय नहीं किया जा सकता
- शीर्ष अदालत ने कहा- ढहाया गया ढांचा ही भगवान राम का जन्मस्थान है, हिंदुओं की यह आस्था निर्विवादित है