तालिबान इस समय अरबों डॉलर के अमेरिकी हथियारों के जखीरे पर बैठा है। उसके लड़ाके दुनिया के सबसे खतरनाक हथियारों में शुमार अमेरिकी युद्धक हेलीकॉप्टरों के साथ फोटो खिंचवाते और हमवीज जैसे वाहनों पर सवारी करते नजर आ रहे हैं। उनके कंधों पर अब अमेरिकी असाल्ट राइफल हैं। यह वो साजोसामान है जो अमेरिका ने अफगानिस्तान की सेना को मुहैया कराया था। सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें कथित तौर पर कोई तालिबानी पायलट कांधार हवाई अड्डे पर अमेरिका के ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर को उड़ाने की कोशिश करता दिख रहा है।
फोर्ब्स ने अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के डिपार्टमेंट लॉजिस्टिक्स एजेंसी (डीएलए) के आंकड़ों के आधार पर दावा किया है कि अमेरिका अफगान में 8.84 लाख हथियार और सैन्य उपकरण छोड़ आया है।
तालिबान के हाथ किस तरह के हथियार लगे हैं:
8.84 लाख हथियार और सैन्य उपकरण अमेरिकी सेना युद्ध क्षेत्र में छोड़ आई।
>> 6 लाख के करीब है छोड़े गए आधुनिक सैन्य हथियारों की संख्या
>> 208 विमान और हेलीकॉप्टर अफगान में मौजूद थे काबुल पर तालिबान के कब्जे से पहले
>> 26 हेलीकॉप्टर और विमान तालिबानी अड्डे पर एकसाथ खड़े दिखे सैटेलाइट तस्वीर में
>> 05 हेलीकॉप्टर एक अन्य सैटेलाइट तस्वीर में तालिबान के ठिकानों खड़े दिखे
>> अमेरिकी सेना ने अफगान सेना को ये विमान दिए
>> 23 ए-29 लाइट अटैक विमान
>> 60 ट्रांसपोर्ट विमान जिसमें सी 130, सी-182, टी-182 और एएन-32 शामिल
>> 33 एसी-208 विमान
>> 18 पीसी-12 सर्विलांस विमान
>> 08 चालक रहित विमान
हेलीकॉप्टर
>> 33 ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर
>> 32 एम आई 17 हेलीकॉप्टर
>> 43 एमडी530 हेलीकॉप्टर
असलहा
>> 358,530 आधुनिक रायफल
>> 3598 घातक एम-4 कार्बाइन
>> 64 हजार से अधिक मशीन गन
>> 25 हजार से अधिक ग्रेनेड लॉन्चर
>> 123295 आधुनिक पिस्टल
>> 9877 रॉकेट आधारित हथियार
>> 2306 मोर्टार और तोप
युद्धक वाहन
>> 75898 युद्धक वाहन रणभूमि में छोड़ आए
>> 31 मोबाइल स्ट्राइक फोर्स व्हीकल
>> 3012 हमवीज युद्धक वाहन
>> 1005 क्रेन और रिकवरी वाहन
>> 928 बारूदी सुरंग से बचाने वाले एमएआरपी वाहन
>> 189 बख्तरबंद वाहन (एपीसी)
संचार-निगरानी उपकरण
>> 16191 इंटेलिजेंस, सर्विलांस और टोही उपकरण
>> 29681 विस्फोटक निष्क्रिय करने वाले उपकरण
>> 162643 संचार उपकरण भी गंवाए
>> 16035 नाइट विजन डिवाइस
>> 120 रेडियो मॉनिटरिंग सिस्टम
>> 06 सर्विलांस बैलून
>> 22 ग्राउंड बेस्ड सर्विलांस सिस्टम
प्रमुख हथियारों की कीमत :
>> 2.5 लॉख डालर मौजूदा मूल्य है एक हमवीज वाहन की
>> 15 लॉख डॉलर के करीब एक मोबाइल स्ट्राइक फोर्स व्हीकल की मौजूदा कीमत
>> 1000 डॉलर कीमत है एक एम-4 कार्बाइन की
>> 3 करोड़ डॉलर लागत है एक सी-130 हरक्यूलस विमान की
>> 59 लॉख डॉलर है एक ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर की
>> 24 लॉख डॉलर कीमत है एक एमडी-530 हेलीकॉप्टर की
>> 24.5 लॉख डॉलर है एक एसी-208 लाइट विमान की कीमत
>> 17 लॉख डॉलर है एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर की कीमत
प्रमुख हथियारों के काम : ब्लैक हॉक चार ब्लेड वाला एक बहुउद्देश्यीय हेलीकॉप्टर है। यह दुश्मन पर हवाई हमला करने और बचाव कार्य करने में कारगर है। यह अपने साथ तोप भी ले जा सकता है। इसी तरह सी-130 हरक्यूलस विमान बहुउद्देश्यीय ट्रांसपोर्ट विमान है। हमवीस युद्धक वाहन बम हमले या जैविक हमलों से सैनिकों की रक्षा करता है। मोबाइल स्ट्राइक फोर्स व्हीकल भी सैनिकों के लिए कवच का काम करता है, इस पर बारूदी सुरंग फटने का असर नहीं पड़ता। यह वाहन मशीन गन और ग्रेनेड लॉन्चर से लैस होता है। अमेरिका ने कुल 33 ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर अफगान सेना को दिए थे, इनमें से कितने अब तालिबान के कब्जे में हैं इसकी पुष्टि कोई नहीं कर रहा, मगर तालिबान के पास ये हेलीकॉप्टर है इसकी पुष्टि तस्वीरें कर रही हैं।
तालिबान के पास वायुसेना जैसी ताकत: दुनियाभर में किसी भी चरमपंथी संगठन के पास खुद की वायुसेना नहीं है। कुछ आतंकी संगठनों की पहुंच ड्रोन तक जरूर हो गई है, लेकिन तालिबान अकेला संगठन है जिसके पास वायुसेना जैसी ताकत है।
विमानों का इस्तेमाल आसान नहीं: तालिबान ने भले ही बड़ी संख्या में लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टर पर कब्जा कर लिया हो, लेकिन इनका इस्तेमाल करना आसान नहीं है। इनका रखरखाव करना भी तालिबान के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
सलवार-कमीज की जगह वर्दी पहन रहे लड़ाके: सोशल मीडिया पर जारी तस्वीरें बता रही हैं कि कई तालिबानी लड़ाकों ने अपनी वेशभूषा बदल ली है। लड़ाके सलवार-कमीज की जगह अब पूरी तरह वर्दी में दिख रहे हैं और लंबी दाढ़ी भी नहीं दिख रही है। इनके हाथ में अब जंग लगे हथियारों की जगह अत्याधुनिक हथियार हैं। ये हथियार अफगानी फौज से छीने गए हैं या अमेरिकी फौज के लौटने के बाद हथिया लिए गए।