अगर आप नौकरीपेशा हैं तो जाहिर तौर पर आपके पास बैंकों की ओर से क्रेडिट कार्ड के ऑफर से जुड़े फोन आते रहते होंगे। बैंक कर्मी आपको तमाम तरह के मुफ्त ऑफर की पेशकश करते हुए लाइफ टाइम फ्री क्रेडिट कार्ड देने की बात भी करते होंगे। हालांकि इसमें कोई दोराय नहीं है कि आज के समय में क्रेडिट कार्ड काफी उपयोगी हो चला है। आज के समय में लोग कैश से ज्यादा क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं फिर वो चाहे रेस्टोरेंट का बिल हो या फिर किराने का बिल।

आज के दौर में क्रेडिट कार्ड की उपलब्धता काफी आसान हो गई है। शायद इसीलिए लोग अपनी जरूरतों के लिए एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड भी रखने लगे हैं। हालांकि क्रेडिट कार्ड से जुड़े कुछ निगेटिव पहलू भी हैं जिन्हें देखते हुए आमतौर पर लोग इसे लेने से बचते हैं। अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं करते हैं लेकिन आपने हाल फिलहाल में इसे लेने का मन बना लिया तो आपको कम से कम इससे जुड़ी पांच बातों की जानकारी होनी चाहिए। हम अपनी खबर में इन्हीं के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।

क्रेडिट कार्ड फीस और चार्ज: यह क्रेडिट कार्ड का सबसे अहम हिस्सा होता है। काफी सारी कंपनियां और बैंक क्रेडिट कार्ड पर सालाना फीस के साथ साथ ज्वाइनिंग फीस भी चार्ज करती हैं। हालांकि कुछ कंपनियां ऐसी भी होती हैं जो पहले वर्ष में कोई भी शुल्क नहीं लेती हैं, हालांकि ऐसा तब होता है जब आप उस वर्ष कार्ड की मदद से न्यूनतम खरीदारी करते हैं। इसलिए क्रेडिट कार्ड लेने से पहले आपको उसकी सालाना फीस और मैंटेनेंस चार्ज को परखना चाहिए। साथ ही उसकी अन्य बैंकों से तुलना करनी चाहिए जो कि मिनिमम ज्वाइनिंग फीस और कम मेंटेनेंस फीस वसूलते हैं।

रिवार्ड प्वाइंट्स: इन दिनों अधिकांश क्रेडिट और डेबिट कार्ड रॉयल्टी रिवार्ड प्वाइंट के साथ आते हैं। आपकी क्रेडिट कार्ड स्पेंडिंग के आधार पर अधिकांश क्रेडिट कार्ड रिवार्ड प्वाइंट ऑफर करते हैं जिसे बाद में आप मॉनीटरी और नॉन मॉनीटरी गिफ्ट में बदलवा सकते हैं। हालांकि रिवार्ड प्वाइंट्स की संख्या अलग-अलग कार्ड के आधार पर अलग-अलग होती है। इसलिए क्रेडिट कार्ड की खरीद से पहले आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए।

डिस्काउंट/ कैशबैक: क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल को प्रोत्साहन देने के लिए कंपनियां क्रेडिट कार्ड से होने वाली डील्स पर तमाम आकर्षक ऑफर्स देती हैं। इन बेनिफिट्स में डिस्काउंट डील, ऑनलाइन शॉपिंग, मूवी की टिकट बुकिंग, फ्लाइट टिकट बुकिंग, रेस्टोरेंट के बिल और यूटिलिटी के बिल्स भरने के ऊपर मिलने वाले कैशबैक शामिल हैं। उदाहरण के तौर पर अगर आप नियमित आधार पर अपने क्रेडिट कार्ड से यूटिलिटी बिल भरते हैं तो आपको कैशबैक मिल सकता है।

कैश विदड्रॉल चार्ज: क्रेडिट कार्ड होल्डर अपने क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल से एटीएम से पैसे भी निकाल सकते हैं। हालांकि कंपनियां इसके लिए अलग अलग शुल्क और ब्याज वसूलती हैं। ये चार्ज कार्ड के प्रकार और क्रेडिट कार्ड कंपनी पर निर्भर करते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप किसी ऐसे कार्ड का चुनाव करें जो कि कैश विदड्रॉल पर मिनिमम इंटरेस्ट (ब्याज) और चार्ज लगाता हो।

क्रेडिट कार्ड के एवज में लोन: अधिकांश क्रेडिट कार्ड क्रेडिट कार्ड होल्डर की क्रेडिट लिमिट के एवज में लोन की सुविधा देते हैं। जैसा कि जीवन अनिश्चितताओं से भरा होता है और किसी को भी पता नहीं होता है कि पैसों की जरूरत कब आन पड़े। ऐसे में आप अपनी क्रेडिट लिमिट को लोन में कन्वर्ट करा सकते हैं, जिसका भुगतान आप ईएमआई के जरिए कर सकते हैं। इस वजह से क्रेडिट कार्ड इमरजेंसी लोन के तहत काम में आता है। आप क्रेडिट कार्ड को लेते वक्त इस बात का भी ख्याल रख सकते हैं।

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