महिला दिवस पर विधानमंडल में महिलाओं का रहा दबदबा

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर गुरुवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में महिलाओं का विशेष दबदबा रहा। दलीय सीमा टूट गई। पक्ष-विपक्ष की महिला विधायकों ने एकसुर में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के साथ ही विधायिका में 33 फीसदी आरक्षण देने की मांग की।
दोनों सदनों में आसन के साथ ही सरकार ने भी महिलाओं को विशेष तवज्जो दी। महिलाओं को बधाई दी गई। सवाल पूछने में भी महिलाएं आगे रहीं। विधानसभा में बेल में आकर अपने हक की मांग करने में भी केवल महिला विधायक ही दिखीं तो विधान परिषद में पूर्व सीएम राबड़ी देवी और समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने भी लोकसभा व विधानसभा में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने की मांग की।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने महिला दिवस की बधाई दी। कहा कि संयुक्त राष्ट्रसंघ की ओर से 1977 में की गई घोषणा के बाद आठ मार्च को यह दिवस मनाया जाता है। कहा कि इस साल का थीम ‘प्रेस फॉर प्रोग्रेस’ (आगे बढ़ने के लिए दबाव बनाएं) है। अध्यक्ष ने सदन की सहमति से सबसे पहले सभी महिला विधायकों के सवाल लिए। सुनीता सिंह चौहान, प्रेमा चौधरी, एज्या यादव, अरुणा देवी, बेबी कुमारी, लेशी सिंह, अमिता भूषण और गायत्री देवी ने सवाल पूछे। दूसरे विभाग से जुड़े मामले होने पर भी मंत्रियों ने महिला विधायकों द्वारा उठाई गई समस्याओं का जल्द समाधान करने का भरोसा दिया। महिलाओं के सवाल पर अगर कोई पुरुष विधायक ने पूरक प्रश्न पूछा तो उन्हें टोका गया, क्या आप महिला हैं? इलियास हुसैन व जीवेश कुमार को यह सुनना पड़ा।
सवाल-जवाब के पहले महिला आरक्षण की मांग के समर्थन में पूनम यादव, कविता सिंह, डॉ रंजू गीता व आशा सिन्हा सहित तमाम महिला विधायक बेल में आ गईं। आधी आबादी, बढ़े हिस्सेदारी व अन्य नारे लगभग दस मिनट तक सदन में गूंजते रहे। महिला विधायकों की एकजुटता पर विस अध्यक्ष ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि विधेयक संसद से पारित होना है।
पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि महिला विधेयक पर राजद का अड़ंगा बताया तो भोला यादव ने कहा कि राज्य को पहली महिला सीएम देने का श्रेय राजद को है। पार्टी महिला आरक्षण विधेयक का समर्थन करेगी। कांग्रेस के अवधेश सिंह ने विधानसभा की ओर से इस बाबत प्रस्ताव केंद्र को भेजने का अनुरोध किया। सदन शुरू होने के पहले महिला विधायकों ने विधानमंडल परिसर में भी महिला आरक्षण के समर्थन में नारेबाजी की।

डा. रंजू गीता ने संचालित की कार्यवाही 
अंतरार्ष्ट्रीय महिला दिवस पर बिहार विधानसभा के अध्यासी सदस्यों के पैनल की एकमात्र महिला सदस्य डा. रंजू गीता ने गुरुवार को विधानसभा की कार्यवाही बखूबी संचालित की। बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने भोजनावकाश के बाद उन्हें अपने प्रतिस्थानी के रूप में अपना आसन सौंपा। बाजपट्टी की विधायक तथा पूर्व मंत्री डा. रंजू गीता ने सरकार के जबाव के पहले तक करीब सवा दो घंटे सरकार की बजट मांग पर पक्ष-विपक्ष के बीच वाद विवाद कराया। उनके आसन पर आसीन होने से विधानसभा में मौजूद अन्य महिला विधायकों ने भी गर्व की अनुभूति की। भागीरथी देवी ने अपने संबोधन में इसे उल्लेखित भी किया।

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