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सेना की वर्दी में पद्मभूषण सम्मान लेकर छा गये महेंद्र सिंह धोनी

प्रख्यात क्रिकेटर रांची के महेंद्र सिंह धोनी देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण से नवाजे गए। राष्ट्रपति भवन में सोमवार की शाम जब सेना की वर्दी में धौनी सम्मान हासिल करने के लिए खड़े हुए तो सबसे ज्यादा तालियां उनके लिए बजीं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से पद्ण भूषण लेने और उसके बाद अपनी सीट पर पहुंचने तक हॉल तालियों से गूंजता रहा। तालियां बजानेवालों में उनकी पत्नी साक्षी भी शामिल थीं। धौनी का अंदाज भी निराला था। वह मार्च करते हुए राष्ट्रपति के सामने पहुंचे। उनको सलामी दी और पुरस्कार ग्रहण किया। फिर कदमताल करते हुए लौटे।

खास बात यह है कि धौनी को यह सम्मान उसी दिन दिया गया, जिस दिन उन्होंने टीम इंडिया को वर्ल्ड कप जिताया था। भारत ने 28 साल बाद वह वर्ल्ड कप हासिल किया था। माही ने वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में नुवान कुलासेकारा की गेंद पर छक्का लगाकर देश के करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों का सपना पूरा किया था।

बता दें कि धोनी को इससे पहले भी कई सम्मानों से नवाजा जा चुका है। 2008 में धोनी को आईसीसी वनडे प्लेयर ऑफ द ईयर का अवार्ड मिला था। 2009 में भारत का सबसे बड़ा खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड दिया गया था। 2009 में ही धौनी को भारत के चौथे सबसे बड़े सम्मान पद्म श्री दिया गया था। यहां खास बात ये है कि बिलियर्ड्स चैंपियन पंकज आडवाणी को भी 2009 में पद्म श्री सम्मान मिला था और अब एक बार फिर धौनी और पंकज को एक साथ पद्म भूषण सम्मान से नवाजा गया।

लेफ्टिनेंट कर्नल की उपाधि

धोनी को सेना द्वारा लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि से नवाजा जा चुका है लिहाजा वह सेना की पोशाक में पहुंचे। धोनी को इससे पहले राजीव गांधी खेल रत्न और पद्मश्री जैसे सम्मानों से भी नवाजा जा चुका है। धोनी दुनिया के एकमात्र क्रिकेट कप्तान रहे जन्हिोंने अपने देश को आईसीसी वर्ल्ड कप में चैंपियन बनाया, टी 20 वर्ल्ड कप में चैंपियन बनाया, दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम का दर्जा भारत को दिलाया व आईसीसी चैंपियंस ट्राफी में देश को चैंपियन बनाया। इसके अलावा खुद भी आईसीसी के नंबर वन रैंकिंग के बल्लेबाज रहे।

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SOURCEहिंदुस्तान
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