सीबीएसई की तर्ज पर होगी पढ़ाई

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प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों से शिक्षकों की सूची मांगी है।

बक्सर.अब सरकारी स्कूलों के बच्चे अंग्रेजी माध्यम के बच्चों को चुनौती देंगे। राज्य के सरकारी स्कूलों के बच्चे फर्राटेदार अंग्रेजी बोलेंगे ही नहीं, बल्कि लिखने और अन्य गतिविधियों में भी उनसे आगे रहेंगे। अंग्रेजी की महत्ता को देखते हुए केंद्र सरकार के पत्र के बाद राज्य सरकार ने सभी प्रखंडों में एक-एक अंग्रेजी माध्यम का मध्य विद्यालय विकसित करने का फैसला लिया है। सीबीएसई की तर्ज इन स्कूलों का अलग पाठ्यक्रम होगा। सामान्य सरकारी स्कूलों से इन स्कूलों में अलग पढ़ाई की व्यवस्था होगी। इस प्रकार के स्कूल चिह्नित करने की दिशा में काम शुरू हो गया है। प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों से शिक्षकों की सूची मांगी है।

मध्य विद्यालयों में हो रही पढ़ाई

  • कक्षा एक से दो में तीन पुस्तकें हैं : हिंदी, गणित और अंग्रेजी
  • कक्षा तीन से पांच तक हिंदी, गणित, अंग्रेजी और पर्यावरण व समाज
  • कक्षा 6-8 तक : हिंदी, गणित, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान,संस्कृत।

कक्षा एक से आठ तक होगी पढ़ाई, सरकार करेगी मॉनिटरिंग

शिक्षकों की रिक्ति के संबंध में भी जानकारी निदेशालय को जल्द उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान समेत अन्य विषयों की पढ़ाई के लिए जिलों के मध्य विद्यालय से 8 से 10 शिक्षकों को इन स्कूलों में स्थानांतरित किया जाएगा। बच्चों के सर्वांगीण विकास की जिम्मेदारी इन शिक्षकों पर होगी। सरकार सीधे मॉनिटरिंग करेगी। इस स्कूल में आधारभूत संरचना को मानक के आधार पर पूरा किया जाएगा। अभी कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के लिए यह व्यवस्था होगी। बाद में जिलों में ऐसे स्कूलों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

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अलग होगा पाठ्यक्रम

इन स्कूलों के लिए अलग से पाठ्यक्रम तैयार किया जाएगा। एससीईआरटी के विशेषज्ञों से इसके लिए मदद ली जाएगी। पाठ्यक्रम पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के साथ सरकार से भी अनुमति ली जाएगी। यह पाठ्यक्रम सीबीएसई के समकक्ष होगा। इन स्कूलों में नर्सरी का काॅन्सेप्ट रहेगा। नर्सरी से ही बच्चे अंग्रेजी भाषा में पढ़ाई करेंगे। सरकार सभी बच्चों को समय पर मुफ्त किताबें उपलब्ध कराएगी। शिक्षकों को भी बच्चों को पढ़ाने के लिए विशेषज्ञों से प्रशिक्षित कराया जाएगा, ताकि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। बक्सर के प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद चौधरी ने कहा कि अभी जिले में अंग्रेजी माध्यम से 61 शिक्षक हैं। जल्द ही यह सूची बिहार राज्य परियोजना परिषद को उपलब्ध करा दी जाएगी।

सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिलेगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा

प्राथमिक शिक्षा निदेशक एम. रामचंद्रुडू ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार सभी प्रखंडों में एक-एक मध्य विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में तब्दील किया जाना है। इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारियों और डीपीओ से संबंधित जिलों में अंग्रेजी माध्यम से विभिन्न विषयों को पढ़ाने वाले शिक्षकों की सूची मांगी गई है। अंग्रेजी माध्यम वाले शिक्षकों को इन स्कूलों में लाया जाएगा। इन पर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की जिम्मेदारी होगी।

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SOURCEदैनिक भास्कर
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