राशन कार्ड को आधार से जोड़ने में 36 लाख 34 हजार राशन कार्ड बाकि है
पटना : राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सस्ते दर पर लाभुकों को मिलनेवाले खाद्यान्न में फर्जीवाड़े रोकने के लिए सभी राशनकार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने का काम हो रहा है। राज्य में लगभग 36 लाख 34 हजार राशन कार्ड को आधार से जोड़ने की प्रक्रिया बाकी है।
अगर राशन कार्ड को आधार कार्ड से नहीं जोड़ा गया तो लाभुक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जन वितरण प्रणानी की दुकान से सस्ते अनाज लेने से वे वंचित हो सकते हैं। इसलिए लाभुक को भी अपने राशन कार्ड को आधार कार्ड से जुड़वाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। ताकि आनेवाले समय में परेशानी नहीं हो। पांच अक्तूबर तक आधार कार्ड से जोड़ने के मामले में किशनगंज गया सबसे ऊपर है।
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वहां 89़ 69 फीसदी काम हुआ है, जबकि गया में 80़ 06 फीसदी, अररिया में लगभग व 69़ 62 व भोजपुर में 69़ 11 फीसदी हुआ है। राज्य सरकार 78़ 28 फीसदी यानि लगभग एक करोड़ 28 लाख 86 हजार 511 लाभुकों के राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने का काम कर चुकी है। लगभग 22 फीसदी यानि लगभग 36 लाख 34 हजार लाभुकों के राशनकार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है।
आधार कार्ड से जोड़ने के लिए निर्देश
बचे हुए राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने के लिए मुख्यालय से बार-बार निर्देश दिया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार सभी राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ना अनिवार्य है। इस वजह से इसमें कुछ और समय मिलेगा। इसके बाद सभी राशन कार्ड की सत्यता की जांच होगी। सभी राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने के लिए मुख्यालय से सभी जिले को पत्र भी लिखा गया है।
सस्ती दर पर अनाज की सुविधा
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सस्ते दर पर अनाज मिलने की सुविधा है। इसमें लाभुक को राशन कार्ड में अंकित प्रत्येक लोगों को पांच-पांच किलो अनाज जन वितरण प्रणाली की दुकान से मिलती है। इसमें तीन रुपये प्रति किलो चावल व दो रुपये प्रति किलो गेंहू मिलती है। अन्त्योदय के तहत प्रत्येक परिवार को 35 किलो अनाज प्रति किलो चावल तीन रुपये व प्रति किलो गेंहू दो रुपये पर मिलता है।
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